भारत-यूनान सांस्कृतिक संबंधों पर डा. दिमित्रियोस वासिलियादिस का विशेष व्याख्यान

प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, कन्या गुरुकुल परिसर, देहरादून द्वारा हेलेनिक इंडियन सोसायटी फॉर कल्चर एण्ड डेवलपमेन्ट के अध्यक्ष एवं एथेन्स सेंटर फार इंडियन एण्ड इंडो-हेलेनिक स्टडीज के निदेशक डा. दिमित्रियोस वासिलियादिस के एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। डा. वासिलियादिस ने भारत-यूनान सांस्कृतिक संबन्धों पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि पुर्व एवं पश्चिम का प्रतिनिधित्व करने वाली दोनो संस्कृतियां प्रारम्भ से एक दूसरे के सम्पर्क में रही है।

इस पर प्रकाश डालते हुए उन्होने भारत के विषय में लिखने वाले यूनानी लेखको स्काइलेक्स, टेसियस, हेरोडोटस, ओनेसिक्रिटस, मेगस्थनीज, प्लूटार्क, एरियन आदि की कृतियों, अभिलेखों, मौद्रिक एवं कलात्मक साक्ष्यों का सन्दर्भ देते हुए बताया कि किस प्रकार भारतीय एवं यूनानी संस्कृतियों ने साहित्य, कला, भाषा, औषधि-विज्ञान, ज्योतिष, दर्शन आदि क्षेत्रों में एक दूसरे को प्रभावित किया

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